Arattai पर चैट्स होंगी सुरक्षित: शुरू हुई E2E एनक्रिप्शन की टेस्टिंग, Zoho के फाउंडर श्रीधर वेम्बु ने किया कन्फर्म
भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी Zoho के संस्थापक श्रीधर वेम्बु ने घोषणा की है कि देसी मैसेजिंग प्लेटफॉर्म Arattai में जल्द ही एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन की सुविधा उपलब्ध होगी। यह फीचर फिलहाल अंतिम परीक्षण चरण में है और कंपनी इसकी क्वालिटी जांच के कई दौर पूरे कर रही है।
चेन्नई स्थित Zoho कॉर्पोरेशन द्वारा विकसित Arattai ऐप पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से लोकप्रिय हुआ है। हालांकि, एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन के अभाव ने कई प्राइवेसी को लेकर जागरूक यूजर्स को इसे अपनाने से रोका था। अब इस महत्वपूर्ण सुरक्षा फीचर के आने की खबर ने यूजर्स में उत्साह की लहर दौड़ा दी है।
सोशल मीडिया पर मिला जवाब
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने श्रीधर वेम्बु से सवाल किया कि Arattai में टेक्स्ट मैसेज के लिए एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन कब उपलब्ध होगा। इसके जवाब में वेम्बु ने स्पष्ट किया, "हां, अभी टेस्टिंग चल रही है। हम पूरी तरह आश्वस्त होने के लिए क्वालिटी एश्योरेंस के कई दौर कर रहे हैं।"
क्या होता है एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन?
एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन एक ऐसी सुरक्षा व्यवस्था है जिसमें संदेश को केवल भेजने वाला और प्राप्त करने वाला ही पढ़ सकता है। इसमें ऐप कंपनी, सर्वर या कोई बाहरी व्यक्ति मैसेज तक नहीं पहुंच सकता। WhatsApp में यह सुविधा पहले से मौजूद है, जिससे यूजर्स बिना किसी चिंता के निजी बातचीत कर पाते हैं।
Arattai में फिलहाल टेक्स्ट मैसेज के लिए यह सुविधा उपलब्ध नहीं है, हालांकि वॉइस और वीडियो कॉल्स पहले से ही एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड हैं। नई व्यवस्था लागू होने के बाद सभी प्रकार की बातचीत सुरक्षित हो जाएगी।
तेजी से बढ़ी लोकप्रियता
Arattai को पूरी तरह भारतीय विकल्प के रूप में पेश किया गया है। हाल के हफ्तों में इस ऐप ने हजारों नए यूजर्स जोड़े हैं। Zoho के सीईओ मणि वेम्बु के अनुसार, वायरल होने से पहले ऐप में रोजाना करीब 3,500 साइन-अप होते थे, जो एक दिन में बढ़कर 3.5 लाख तक पहुंच गए।
UPI पेमेंट की भी तैयारी
एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन के अलावा, Arattai में जल्द ही Zoho Pay का इंटीग्रेशन भी किया जाएगा। इससे यूजर्स ऐप के भीतर ही UPI पेमेंट्स कर सकेंगे। यह फीचर Arattai को सिर्फ मैसेजिंग से आगे ले जाकर एक व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म बना देगा।
प्राइवेसी को लेकर प्रतिबद्धता
Zoho के अधिकारियों ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि कंपनी का मुख्य व्यवसाय सॉफ्टवेयर सेवाएं बेचना है, न कि यूजर डाटा का व्यावसायिक उपयोग करना। इस वजह से Arattai पर यूजर्स का भरोसा बढ़ रहा है। कंपनी ने यह भी कहा है कि ऐप में कभी विज्ञापन नहीं दिखाए जाएंगे।
Arattai में एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन का आना भारतीय डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह दर्शाता है कि देसी तकनीक भी वैश्विक मानकों पर खरी उतर सकती है और यूजर्स की सुरक्षा को प्राथमिकता दे सकती है। जल्द ही इस फीचर के लॉन्च होने से Arattai WhatsApp के मुकाबले एक मजबूत और भरोसेमंद विकल्प के रूप में स्थापित हो सकेगा।
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